लम्हे ये सुहाने साथ हो न हो,
कल में आज जैसी कोई बात हो न हो!
आपकी दोस्ती हमेशा इस दिल में रहेगी,
चाहे कभी आपसे मुलाकात हो न हो!!
हर इक इंसान की एक अलग पहचान होती है,
पर हमारे SMS की अलग ही शान होती है!
यूँ तो हर किसी को हम SMS करते नहीं हैं
पर जिनको करते हैं उनमे हमारी जान होती है!!
कुछ दोस्त पल भर में भुला दिए जाते हैं,
कुछ दोस्त पल-पल याद आते हैं!
हम आपसे यही पूछना चाहते हैं,
के दोस्तों कि इस कतार में हम कहाँ आते हैं!!
हम कभी दोस्तों को भुलाते नहीं,
मगर ये बात कभी भी जताते नहीं.
दोस्तों को हर पल याद रखते हे,
हम भुलाने के लिए दोस्त बनाते नहीं.
औकात की बात मत कर पगली ;
हम जिस गली मे पैर
रखते हैं न। वहां की लडकिया अक्सर
कहती हैं ...
बहारो फूल बरसाओ मैरा महबूब आया है
हमे हँसने हसाने की आदत है,
नज़रों से नज़रें मिलाने की आदत है
. पर क्या करें हमारी नज़र तो उनसे जा मिली,
जिन्हे नज़र झुकाने की आदत है
दोस्ती से कीमती कोई जागीर नही होती;
दोस्ती से खूबसूर्त कोई तस्वीर नही होती;
दोस्ती यूँ तो कचा धागा है मगर;
इस धागे से मजबूत कोई ज़ंजीर नही होती!
फुर्सत किसे है ज़ख्मोंपे मरहम लगानेकी
निगाहें बदल गयी अपने और बेगानेकी,
तू न छोड़ना दोस्तीका हाथ,
वरना तम्मना मिट जायेगी कभी दोस्त बनाने की..
कल में आज जैसी कोई बात हो न हो!
आपकी दोस्ती हमेशा इस दिल में रहेगी,
चाहे कभी आपसे मुलाकात हो न हो!!
हर इक इंसान की एक अलग पहचान होती है,
पर हमारे SMS की अलग ही शान होती है!
यूँ तो हर किसी को हम SMS करते नहीं हैं
पर जिनको करते हैं उनमे हमारी जान होती है!!
कुछ दोस्त पल भर में भुला दिए जाते हैं,
कुछ दोस्त पल-पल याद आते हैं!
हम आपसे यही पूछना चाहते हैं,
के दोस्तों कि इस कतार में हम कहाँ आते हैं!!
हम कभी दोस्तों को भुलाते नहीं,
मगर ये बात कभी भी जताते नहीं.
दोस्तों को हर पल याद रखते हे,
हम भुलाने के लिए दोस्त बनाते नहीं.
औकात की बात मत कर पगली ;
हम जिस गली मे पैर
रखते हैं न। वहां की लडकिया अक्सर
कहती हैं ...
बहारो फूल बरसाओ मैरा महबूब आया है
हमे हँसने हसाने की आदत है,
नज़रों से नज़रें मिलाने की आदत है
. पर क्या करें हमारी नज़र तो उनसे जा मिली,
जिन्हे नज़र झुकाने की आदत है
दोस्ती से कीमती कोई जागीर नही होती;
दोस्ती से खूबसूर्त कोई तस्वीर नही होती;
दोस्ती यूँ तो कचा धागा है मगर;
इस धागे से मजबूत कोई ज़ंजीर नही होती!
फुर्सत किसे है ज़ख्मोंपे मरहम लगानेकी
निगाहें बदल गयी अपने और बेगानेकी,
तू न छोड़ना दोस्तीका हाथ,
वरना तम्मना मिट जायेगी कभी दोस्त बनाने की..
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